महाराष्ट्र में पुल टेस्टिंग और प्लाज्मा थिरेपी को केंद्र सरकार से मिली मान्यता
केंद्रीय स्वास्थमन्त्री की ओर से मिली हरि झंडी
महारास्ट्र के स्वास्थ मन्त्री राजेश टोपे ने दी जानकारी
मुंबई – संवादाता
महारास्ट्र में अब कोरोना यानि कि कोविड –19 के उपचार के लिए पुल टेस्टिंग और प्लाज्मा थिरेपी के जरिये उपचार किये जाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की ओर से परमिशन दे दी गई है।इस प्रकार की जानकरीं देते हुए महाराष्ट्रा के स्वास्थमन्त्री राजेश टोपे ने कहा है, की कोरोना पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्रीय स्वास्थमन्त्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज दोपहर के समय देश के सभी स्वास्थमंत्रियो और सचिवों से व्हिडिओ कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की।
इस दौरान राज्य सरकार की ओर से मांग की जा रही पुल टेस्टिंग और प्लाज्मा थिरेपी की उपचार पद्धति को मान्यता दी गई।
इस व्हिडिओ कॉन्फ्रेंसिंग की मीटिंग में महाराष्ट्रा की ओर मांग की जा रही पोर्टेबल पल्स ऑक्सीमिटर और एक्सरे जांच की मदत से कोरोना के मरीजो जल्द से जल्द ठीक किया जा सकेगा।साथ ही साथ इस प्रकिया के जरिये कोरोना से होनेवाले मौत की संख्याओं में भी कमी आ सकेगी।
इसके अलावा पीपीई कीटों में से कीटाणुओ का नाश कर उनके पुन: उपयोग करने को लेकर भी इस कॉन्फ्रेंस में बातो की सूचित किया गया।
राज्य के स्वास्थमंत्री राजेश टोपे ने आखिर में ये भी कहा की, राज्य के निजी मेडिकल कॉलेजों में कोरोना परीक्षण शुरू करने की मांग को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।