गुढ़ी पाडवा उत्सव को लेकर सरकार की गाइडलाइन
मुंबई : संवाददाता
महाराष्ट्र का गुढी पाडवा उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है-इस दिन महाराष्ट्रीयन महिलाएं नवारी साड़ी में सजती है तो वही पुरुष कुर्ता पैजामा और भगवा नारंगी रंग के फेटा या पगड़ी में सजते है–ढोल ताशे के साथ गुढी उभारी जाती है,जिसकी पूजा होती है और महाराष्ट्रीयन हिन्दू नववर्ष की शुरुवात की जाती है।
राजनैतिक पार्टीया खासकर शिवसेना इस दिन पूरे राज्यभर में जुलूस उत्सव निकालती है,शक्ति प्रदर्शन होता है।
लेकिन वर्ष 2020 के बाद अब 2021 को भी “गुढी पाडवा “का महोत्सव अत्यंत सादगी से मनाया जाएगा।
चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन नववर्ष के रूप में मनाए जाने वाले गुढी पाडवा उत्सव के लिए महारास्ट्र सरकार ने नियमावली जारी की है।
इस नियमावली के तहत –
1)-सुबह 7 बजे से रात 8 बजे के बीच गुढी पाडवा उत्सव मनाया जाए…
2)-लोग अपने घरों की छतों पर गुढी बनाकर पूजा करे…
3)-5 से अधिक लोगो के एक साथ मौजूद रहने पर मनाई है…
4)-रैली,किसी भी तरह की दिंडी उत्सव,रोड मार्च,मोटरसाइकिल मार्च,लोगो की भीड़ जुटाने पर सख्त पाबंदी है…