महाराष्ट्र में आये बाढ़ग्रस्त लोगों के लिए बढ़ाया में मदद का हाथ ….
बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 40 से अधिक सामाजिक संघठन एक साथ आये।
महारास्ट्र के कोंकण जिले में आये बाढ़ को लेकर मुंबई के हज हाउस में एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई जिसमें 40 से अधिक सामाजिक संगठनों और उनके जुड़े समाज सेवकों ने भाग लिया इस दौरान जामिया मस्जिद मुंबई दारुल इफ्ता के प्रमुख मुफ्ती अशफाक काजी ने कहा कि,कोंकण इलाके में कई में दल और सामाजिक संगठन बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं।।
ऐसे में हम सभी को भी को एक साथ मिलकर मदत करनी चाहिए और ऐसी अपील बैठक में काजी साहब ने की और ये इसलिए की जब सभी सामाजिक संगठन एक साथ -एकजुट होकर एक मंच पर आएंगे,तब कोंकण में किये जनेवाले राहत मिशन को एक आंदोलन और या एक कारवां के रूप में आगे बढ़ाया जा सकेगा।
कोरोना काल के नियमो को ध्यान में रखते हुए हज हाउस में संपन्न हो रही इस बैठक को पुरि तरह से ऑनलाईन ररखा गया था। ताकि दूर-दराज के क्षेत्रों के सामाजिक संगठन से जुड़े जो लोग है,वो ऑन लाइन के जरिये ही इस बैठक में शामिल होकर, बैठक के मकसद को समझे और उसे पुरा करने में अपना योगदान दे।
इस दौरान मुफ्ती अशफाक काजी ने बाढ़ पीड़ितों को कपड़े बांटने को लेकर विशेष जोर दिया।
हालांकि सभी जानते है की कोंकण में आई बाढ़ से हुई तबाही ने सब कुछ मिटा दिया है, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र अब आर्थिक रूप से शून्य हैं। इसलिए इस नाजुक समय मे यहां राहतकार्य को अंजाम देना सिर्फ सरकार की ही जिम्मेदारी नही बनती बल्कि ये जिम्मेदारी हर उस व्यक्ति की बनती है,जो इस मुश्किल समय को समझता है और राहतकार्य की इस मुहिम में शामिल होकर इस नेक काम मे मदत करे ताकि कोंकण क्षेत्र और यहां बसनेवाले लोगो का जीवन पहले जैसा हो सके।