कर्ज दो या किडनी बेचने की इजाजत, किसान ने लिखा उद्धव ठाकरे को पत्र
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के किसान ने लिखा सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र,किसान ने मांगी 50 हज़ार में किडनी बेचने की अनुमति,फसल के लिए लोन ना मिलने से परेशान हैं किसान,।
किसान ने कहा कि या तो लोन मिले, वरना किडनी बेचने की मंजूरी ,हम आपको बता दें की महाराष्ट्र में किसानों की हालत पहले से ही खस्ताहाल है। फसल की बुआई के लिए बैंकों द्वारा लोन न मिलने से उनकी मुश्किलें और भी बढ़ गयी हैं। देखिए हमारी ये रिपोर्ट ।
महाराष्ट्र में बुलढाणा जिले के एक किसान ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर 50 हजार रुपए में किडनी बेचने की अनुमति मांगी है। किसान का कहना है कि फसल के लिए बैंक की तरफ से उसे कर्ज नहीं दिया जा रहा है।ऐसे में फसल उगाने के लिए उसे अपनी किडनी बेचनी पड़ेगी। मलकापुर तहसील के उप विभागीय अधिकारी के जरिए यह पत्र मुख्यमंत्री तक पहुंचाया गया है।
यह मामला है बुलढाणा जिले के मलकापुर तहसील के लोणवाड़ी गांव का ,जहां किसान कर्ज के लिए परेशान हैं। किसानों ने कई बार अपनी समस्या बैंक अधिकारियों को समझाने की कोशिश की है। लेकिन कोई फायदा नहीं होने के कारण अब इन लोगों ने किडनी बेचने का फैसला किया है।
फिलहाल खेतों में फसल की बुवाई का समय चल रहा है। ऐसे में किसानों को इसके लिए पैसे की जरूरत पड़ती है। और इन पैसों के लिए किसान अक्सर बैंकों से कर्ज लेते हैं। जिसके बाद वे फसल उगाते हैं और बैंकों को लिया लोन वापस चुकाते हैं। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से किसानों का काफी नुकसान हो गया है और उनके खुद खाने के लाले पड़े हुए हैं। ऐसे में कई किसानों ने समय से पुराना लिया गया लोन भी वापस नहीं किया है। किसानों का आरोप है कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, जिला सहकारी बैंक और लोणवाड़ी सहकारी संस्था की तरफ से कर्ज देने में टालमटोल की जा रही है।