हिंदू-मुस्लिम के नाम पर नफरत फैलाने वालों के लिए पैगाम…
मीराभायंदर महानगरपालिका की महिला कर्मचारी की दर्द भरी दास्तान
मीरा भायंदर – फिरोज खान
हमेशा सूर्खियों में रहने वाले एजाज खान के अल्लाह के बंदे फाउंडेशन ने सबसे बड़ा इंसानियत का सबूत पेश किया है। भले ही कुछ असमाजिकतत्व के लोग देश में धर्म के नाम पर नफरत फैलाने का कम कर रहे हो,इस बीच एजाज खान के फाउंडेशन की मेंबर अजुंम खान ने जो काम किया है,उसकी जितनी तारिफ की जाए उतनी कम है।
असल में मीराभायंदर महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाली स्नेहल किसी इमरजेंसी की वजह से अपने कार्यालय पंहुचने के लिए घर से निकली थी। घोडबंदर रोड स्थित फाउंटन होटल के पास पंहुची थी कि उसकी स्कूटी के सामने कुत्ता आ गया उसे बचाने के चक्कर में स्नेहल गिर पड़ी और बुरी तरह घायल हुई ।
इस बीच स्नेहल को मदद करने के बजाय कुछ लोग शर्मनाक हरकत करते हुए उसकी तस्वीर निकालने लगे।खून से सनीस्नेहल मदद की गुहार लगाती रही लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं बढ़ रहा था। इस बीच एजाज खान के फाउंडेशन की मेंबर अंजुम खान का गुजर हुआ। सडंक पर कहराती हालत में स्नेहल को देख फौरन उसने स्नेहल को अपनी गाड़ी में बिठाया और अस्पताल लेकर भागी
सही वक्त पर स्नैहल को मदद मिलने से उसकी जान बच गयी है।
अभी भी स्नेहल आरबिट अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती है,लेकिन डाक्टरों के मुताबिक अब वह खतरे से बाहर है। स्नेहल के पिता ने अंजुम खान के साथ साथ एजाज खान का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया है।
एजाज खान के फाउंडेशन ने वाकई बेमिसाल काम किया है।साथ ही ये पैगाम दिया कि हमारे देश की सभ्यता यही है।यहां जात-पात नहीं इंसानियत का बड़ा मुकाम है।