तिसरी लहर की आशंका के मद्देनजर बीएमसी ने मुंबई में पिडीयाट्रीक बेड्स बढ़ाने की शुरुवात की है। बीएमसी करीब 500 पिडीयाट्रीक बेड्स और बढ़ायेगी जहां पर सिर्फ कोरोना पॉजिटीव बच्चों का ही इलाज किया जाएगा।
कोरोना की तिसरी लहर में बच्चे सबसे ज्यादा कोरोना की चपेट में आ सकतें हैं… इसी आशंका के मद्देनजर बीएमसी ने बनायी योजना। मुंबई के मौजूदा 6 जंबो कोविड सेंटर्स में 200 से 250 एडिशनल बेड्स कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए बढ़ाने की योजना है।
मुंबई के तीन बड़े मैटरनिटी होम्स को भी डेडीकेटेड COVID-19 पिडीयाट्रीक अस्पताल में बदलने की योजना।निजी अस्पतालों को भी पिडीयाट्रीक वॉर्ड बढ़ाने पर काम करने के लिए कहा गया।
मुंबई में चार नए जंबो कोवीड सेंटर्स का निर्माण हो रहा हैं.. इन चारों जंबो सेंटर में भी पिडीयाट्रीक बेड्स की व्यवस्था की जाएगी। जरुरत के हिसाब से पिडीयाट्रीक बेड्स की संख्या को और बढ़ाया जाएगा।
फिलहाल मुंबई में कुल 173 सरकारी, निजी और म्युनिसिपल अस्पताल हैं जहां पर कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा हैं